
विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, रोकथाम को प्रोत्साहित करना और इस बीमारी से प्रभावित लोगों का समर्थन करना है। 2025 में, यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि कैंसर अभी भी वैश्विक स्तर पर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।स लेख में, हम कैंसर से संबंधित मुख्य तथ्यों, रोकथाम के उपायों, शीघ्र पहचान के महत्व और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा सुझाए गए उपचार संबंधी दिशा-निर्देशों पर चर्चा करेंगे।
कैंसर के मुख्य तथ्य
- वैश्विक प्रभाव: कैंसर एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है। हर साल लाखों नए मामलों का निदान होता है, जिससे यह दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है।
- रोकथाम की संभावना: शोध से पता चलता है कि आज हमारे पास जो ज्ञान उपलब्ध है, उससे 50% तक कैंसर के मामलों और लगभग 50% कैंसर से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।
- प्रारंभिक पहचान का महत्व: कैंसर का शीघ्र पता लगाने से उपचार के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे रोगी की जीवन प्रत्याशा में सुधार होता है।

कैंसर की रोकथाम के उपाय
कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर आहार का सेवन करें। प्रसंस्कृत और लाल मांस, शर्करा युक्त पेय और उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
- नियमित शारीरिक गतिविधि: प्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करें, जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या तैराकी।
- तंबाकू और शराब से परहेज: तंबाकू उत्पादों का सेवन न करें और शराब का सेवन सीमित करें, क्योंकि ये कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
- सूर्य से सुरक्षा: सूर्य की हानिकारक किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें, सुरक्षात्मक कपड़े पहनें और दोपहर के समय धूप से बचें।
- नियमित स्वास्थ्य जांच: पने परिवार के स्वास्थ्य इतिहास को जानें और अनुशंसित कैंसर जांच करवाएं। कुछ परीक्षण कैंसर का जल्दी पता लगाने में मदद कर सकते हैं, जब उपचार सफल होने की अधिक संभावना होती है।
शीघ्र पहचान के लिए WHO के दिशा–निर्देश
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) कैंसर के शीघ्र पहचान के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश सुझाता है:
- स्तन कैंसर: 0 वर्ष की आयु के बाद नियमित मैमोग्राफी करवाएं। मैमोग्राम स्तन के बुनियादी एक्स-रे हैं जो कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पकड़ने में मदद करते हैं।
- गर्भाशय ग्रीवा कैंसर: 1 वर्ष की आयु के बाद नियमित पैप स्मीयर टेस्ट करवाएं।
- कोलोरेक्टल कैंसर: 5 वर्ष की आयु के बाद नियमित कोलोनोस्कोपी या अन्य स्क्रीनिंग टेस्ट करवाएं।
- त्वचा कैंसर:त्वचा में किसी भी असामान्य परिवर्तन के लिए नियमित रूप से स्वयं-जांच करें और संदेहास्पद मामलों में चिकित्सकीय सलाह लें।
उपचार संबंधी WHO के दिशा–निर्देश
कैंसर के उपचार के लिए WHO निम्नलिखित दिशा-निर्देश प्रदान करता है:
- बहु-विषयक दृष्टिकोण: कैंसर के उपचार में सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसे विभिन्न तरीकों का संयोजन शामिल हो सकता है।
- व्यक्तिगत उपचार योजना: प्रत्येक रोगी के लिए व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित की जानी चाहिए, जिसमें कैंसर के प्रकार, चरण, रोगी की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखा जाता है।
- समर्थन देखभाल: रोगी की जीवन गुणवत्ता में सुधार के लिए दर्द प्रबंधन, पोषण समर्थन और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान महत्वपूर्ण है।
- निरंतर निगरानी: पचार के बाद, रोगी की नियमित निगरानी आवश्यक है ताकि किसी भी पुनरावृत्ति या दुष्प्रभाव का समय पर पता लगाया जा सके और उनका प्रबंधन किया जा सके।
निष्कर्ष
कैंसर दिवस 2025 हमें कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने, रोकथाम के उपायों को अपनाने, शीघ्र पहचान के महत्व को समझने और प्रभावी उपचार के लिए WHO के दिशा-निर्देशों का पालन करने की याद दिलाता है।भी के संयुक्त प्रयासों से, हम कैंसर के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रगति कर सकते हैं और इस बीमारी से प्रभावित लोगों के जीवन में सुधार ला सकते हैं।